जिनकी नजर कमजोर है, उनको चश्मा लगाना उनकी मजबूरी है। चश्मा लगाने से चेहरे की खूबसूरती कुछ कम हो जाती है, लेकिन चश्मे की जगह पर कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर आप इस कमी को पूरा कर सकती हैं। कांटेक्ट लेंस आज सिर्फ फैशन ही नहीं बल्कि बदले जमाने की जरूरत भी है। तो आइए जानते हैं कांटेक्ट लेंस के इस्तेमाल और रखरखाव के बारे में जरूरी टिप्स –
नजर दोष दूर करने के लिए आजकल तरह-तरह के लैंस मिलते हैं। आज से 20 साल पहले तक Hard Lens ही उपलब्ध थे, लेकिन अब लोग Semi-Soft Lens अधिक लेना पसंद करते हैं। यह लेंस Gas Permeable लेंस होते हैं। इनसे कार्निया को ऑक्सीजन मिलती रहती है, जिससे कार्निया स्वस्थ रहता हैं। तीसरी किस्म के सॉफ्ट लेंस होते हैं जोकि दो तरह के होते हैं – रेगुलर (regular) और डिस्पोजेबल (Disposable)। डिस्पोजेबल लेंस बहुत महंगे होते हैं और इन्हें एक निश्चित समय तक ही इस्तेमाल किया जा सकता है, जबकि रेगुलर Soft Lens हर साल बदलने पड़ते हैं।
जब कॉन्टेक्ट लेंस लगवाएं तब क्या सावधानी रखें
- लेंस हमेशा स्वस्थ आंखों में ही लगाएं। अगर आंखों में खुजली जलन या इंफेक्शन हो तो भूलकर भी कांटेक्ट लेंस न लगाएं।
- कॉन्टेक्ट लेंस लगाने से पहले, आपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धो लें। रोयेंदार तौलिए से हाथ न पोंछें, क्योकि लेंस लगाते समय ये रोंये आंख में जाकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- कॉन्टेक्ट लेंस हमेशा, शेव या मेकअप करने से पहले लगाएं। मेकअप करने के बाद लेंस लगाने से कास्मेटिक्स के अंश आंख में जाने से परेशानी हो सकती है।
- पेंसिल आई लाइनर का ही इस्तेमाल करें। आंख के अंदरूनी हिस्सों में इस्तेमाल ना करें।
- यदि आप कोई हेयर स्प्रे या अन्य कोई स्प्रे इस्तेमाल कर रहीं है तो इस्तेमाल करने से पहले अपनी आंखें बंद कर लें। क्योकि इसके कण कुछ समय तक Atmosphere में बने रहते हैं और इनके आंखों में जाने की आशंका रहती है।
- मेकअप हटाने से पहले कांटेक्ट लेंस निकाल लें।
- लेंस लगा कर कभी भी सोना नहीं चाहिए।
कांटेक्ट लेंस की देखभाल कैसे करें How To Take Care Of Contact Lens
हाथ हल्के साबुन से धोने के बाद अच्छी तरह से सुखा लें। दोनों आंखों के लेंस अलग-अलग रहें, इसके लिए दायें लेंस को दाई आंख में लगाने के बाद ही बाईं आंख का लेंस लगाने का नियम बना लें।
लेंस निकालने के बाद विशेष रूप से बनाए गए कंपनी के फ्लूड या सलूशन से लेंस को चार पांच बार साफ करें। इसके लिए लेंस को हथेली पर रखे और उस पर सलूशन की कुछ बूंदें डालें और फिर पहली उंगली को सीधी लाइन में घुमाते हुए लेंस को साफ करें। उंगली को गोल-गोल ना घुमाएं।
लेंस को सलूशन में डुबोकर निर्धारित शीशियों या केस (Cover or Box) में रखें। केस में रखने से पहले उसमें सलूशन डालें। देखने की लेंस शीशी या केस के किनारों से चिपका ना रहे, बल्कि बीच में चला जाए। किनारों से चिपकने पर केस बंद करते समय लेंस उसके ढक्कन के बीच आकर कट सकता है।
केस आ शीशी की भी सप्ताह में एक बार सफाई अवश्य करें। संभव हो, तो तीन महीने के बाद इस केस को ही बदल दे।
रातभर सलूशन में डूबे रहने के बाद इन्हें ज्यादा साफ करने की जरूरत नहीं पड़ती है, फिर भी सावधानी के तौर पर दो तीन बार सलूशन डालकर इन्हें साफ कर लेना चाहिए।
कांटेक्ट लेंस को लगाते समय, यदि वे नीचे गिर जाएं तो लेंस को सलूशन से साफ करने के बाद ही पहनें।
कांटेक्ट लेंस कभी भी टेप-वाटर से या फिर डिस्टिल वाटर से ना धोए या इसको स्टोर ना करें।
वाशबेसिन या खुली नाली के पास खड़े होकर लेंस कभी ना पहने, क्योंकि गिरने पर इनके बह जाने का खतरा रहता है। हमेशा ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठ कर बड़े आराम से कांटेक्ट लेंस लगाना चाहिए। लेंस लगाते समय थोड़ी ऊंचाई पर छोटा सा शीशा रखें , ताकि लेंस पहनने मे आसानी हो। अपनी गोद में साफ कपड़ा बिछा लें, इससे लेंस के गिरने का खतरा नहीं रहेगा।
यदि आप कई दिनों के लिए घर से बाहर जा रहें हैं तो बाहर जाते समय लेंस साफ करने वाला सलूशन और लेंस केश जरूर ले जाएं। आंखों से निकलने वाले स्राव, लेंस पर जम जाते हैं। अपने प्रेक्टिशनर/डाक्टर की सलाह से बाजार से मिलने वाले खास तरीके सलूशन से लेंस साफ करते रहे।
लेंस कभी भी तेज धार वाली चीजों या नाखूनों से नहीं छूना चाहिए।